आज रात के बाद की सुबह का बेसब्री से इंतज़ार था दोनों मां - बिटिया को......। आज रात के बाद की सुबह का बेसब्री से इंतज़ार था दोनों मां - बिटिया को......।
समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है, समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है,
भारत में होती है हर धर्म की अपनी पूजा सभी का मजहब एक भारत यहां ना हो कोइ दूजा। भारत में होती है हर धर्म की अपनी पूजा सभी का मजहब एक भारत यहां ना हो...
जहाँ मात-पिता को अपने पुत्र पे हो अभिमान, और पुत्री देवी समान । जहाँ मात-पिता को अपने पुत्र पे हो अभिमान, और पुत्री देवी समान ।
मीरा जैसा चाहकर तुझको मीरा ना हो पाई मैं, मीरा जैसा चाहकर तुझको मीरा ना हो पाई मैं,
हमें नित हाथ को धोना,सिखाती है ये कोरोना। हमें नित स्वच्छता करना,सिखाती है ये कोरोना।। हमें नित हाथ को धोना,सिखाती है ये कोरोना। हमें नित स्वच्छता करना,सिखाती है ये...